M.A History 4th Semester
Opt. (1)
Industry, Trade, and Urbanization in Medieval India (His-721) - Hindi Medium
Paper-III & IV
Time Allowed: Three Hours] [Maximum Marks: 80
(हिन्दी माध्यम)
Note:
Attempt five questions in all. Question No. 1 is compulsory.
Each question carries 2 marks.
Attempt one question each from Units I to IV.
Each question carries 15 marks.
I. कोई दस प्रश्न करो। हरेक प्रश्न का उत्तर 25-30 शब्दों में दो:
(1) 13-वीं शताब्दी में शहरीकरण का क्या कारण था?
(2) कस्बा' पर नोट लिखो।
(3) कोतवाल के कर्तव्य।
(4) कारखानों पर नोट लिखो।
(5) मुगल शासकों के अधीन व्यापार मार्गों के नाम लिखो।
(6) à¤ाड़ा व्यवस्था क्या थी?
(7) राजे/अà¤िजात-वर्ग ने व्यापारिक उद्यम में सहà¤ागिता कैसे की?
(8) मध्यकालीन à¤ारत में धातु उद्योग के मुख्य केंद्रों के नाम लिखो।
(9) व्यापार में बनजारों की क्या à¤ूमिका थी?
(10) कुशल शासकों के अधीन कौन-से व्यापार केंद्र थे?
(11) कारीगरों/शिल्पकारों की दशा पर संक्षिप्त नोट लिखो।
(12) 'नखस' पद की व्याख्या करो।
(13) हस्ब उल हुकुम क्या था ?
(14) शहरी केंद्र के तौर पर जौनपुर पर नोट लिखो।
(15) मुगल à¤ारत में निर्यात की मुख्य मदें क्या थी ?
यूनिट-I
II. 13-वीं शताब्दी में शहरी क्रान्ति का वितरण दो।
III. शहरों के प्रशासन के विशेष हवाले से, मुगल à¤ारत में शहरी केंद्रों के विà¤िन्न प्रकारों पर चर्चा करो।
यूनिट-II
IV. मुगल शासकों के अधीन कपड़ा उद्योग की वृद्धि पर चर्चा करो।
v. शहरी औद्योगिक केंद्र के रूप में आगरा का सविस्तार वर्णन करो।
यूनिट-III
VI. मुगल शासकों के अधीन व्यापार की मात्रा और पैटर्न पर चर्चा करो।
VII. मुगल शासकों की उधार और मौद्रिक व्यवस्था पर प्रकाश डालो।
यूनिट-IV
VIII. मुगलों के शहरी ढांचे में वाणिज्यिक और व्यापारिक वर्गों के महत्व पर चर्चा करो।
IX. 16-वीं और 17-वीं शताब्दी में शिल्पकारों/कारीगरों की समाज-आर्थिक स्थिति का मूल्यांकन करो।
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